POA Full Form In Hindi | POA के बारे में जानकारी

POA Full Form In Hindi | POA के बारे में जानकारी

क्या आपको पता है, की POA क्या है और POA Full form का प्रयोग किसके लिए किया जाता है। POA का सबसे ज़्यादा प्रयोग आधार कार्ड और कानूनी कार्यवाहियों में किया जाता है। इसके साथ ही POA सब्द का प्रयोग अन्य डाक्यूमेंट्स आदि में भी किया जाता है। इसलिए POA क्या है, POA का पूरा नाम क्या होता है, POA के अधिकार क्या है ,हमे इन सबके बारे में जानकारी होना जरूरी है, लेकिन अगर आप POA के बारे में जानकारी नही है, तो कोई बात नही आज हम आपको POA full form in hindi के बारे में पूरी जानकारी बताने वाले है।

पीओए का प्रयोग अलग- अलग छेत्रो के लिए किया जाता है। POA शब्द को शिक्षा के छेत्र, आधार कार्ड के लिए, ओर कानूनी संबंधी प्रक्रियाओं के लिए अलग अलग संदर्भो में प्रयोग करते है। इसलिए आपको POA की सभी फुल फॉर्म को याद रखना जरूरी है, इस पोस्ट में आप POA full form in aadhar card, POA full form in education दोनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है।

POA full form का मतलब क्या होता है।

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हमे POA full form के बारे में जानने से पीओए क्या होता है ओर पीओए का प्रयोग क्यों किया जाता है, इसके बारे में जानना जरूरी है, तभी हम POA full form के बारे में अच्छे से समझ सकते है। यह पर हम आपको POA full form के बारे में बता रहे है।

POA क्या होता है 

पीओए शब्द का सबसे ज़्यादा प्रयोग  power of attoreny के लिए ही किया जाता है। इसमे एक व्यक्ति के अधिकार अन्य व्यक्तियों को दे दिए जाते है। ये अधिकार उस स्तिथि में दिए जाते है, जब मुख्य व्यक्ति किसी कार्य को करने के लिए उपस्तिथ नही हो सकता। अगर कोई व्यक्ति देश के बाहर गया हुआ हो, या बूढा हो गया हो, ऐसे स्तिथि में जब व्यक्ति उपस्तिथ होने की स्तिथि में नही हो, तब power of attoreny के द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को मुख्य व्यक्ति के अधिकार दे दिए जाते है।

principal in POA – पीओए में मुख्य व्यक्ति को प्रिंसिपल के नाम से जाना जाता है। अर्थात जो व्यक्ति अपनी सम्पति आदी की सुरक्षा के जिमेदारी अन्य व्यक्ति को देता है, तो इसमे मालिक को प्रिंसिपल के नाम से जाना जाता है। पीओए में एक प्रिंसिपल की संपत्ति और पैसे आदि पर किसी अन्य व्यक्ति को अधिकार दे दिए जाते है।

attorney in POA – जब प्रिंसिपल अपने अधिकारों पर फैसला करने का अधिकार जिस व्यक्ति को देता है , उसको अटॉर्नी के नाम से जाना जाता है। एक अटॉर्नी को प्रिंसिपल की सुरक्षा, सम्पति, शारीरक स्वास्थ्य के बारे में फैसला लेने का अधिकार होता है।

अगर हम सिर्फ पीओए शब्द को एक शार्ट फॉर्म के रूप में देखे तो इसका विभिन अर्थो में प्रयोग देखने को मिलता है। POA वर्ड को power of attorney के अलावा आधार कार्ड (POA full form in aadhar card) ओर एजुकेशन (POA full form in education) के छेत्र के लिए भी खूब प्रयोग किया जाता है। यहां पर आपको POA के एजेंट , आधार कार्ड, एजुकेशन से संबंधित सभी प्रकार की POA full form in hindi के बारे में बता रहे है।

POA full form in hindi

सामान्यत POA full form को Power Of Attoreny के नाम से पहचाना जाता है। इसकी वैधता सिर्फ एक साल की होती है। इसमे प्रिंसिपल अपनी संपत्ति की रक्षा और सुरक्षा के लिए अन्य व्यक्ति को कुछ समय तक मालिकाना हक दे देता है। यह ज़्यादातर मामले में 1 साल के लिए ही मान्य होता है। POA में

POA full form in hindi को “अटॉर्नी की शक्ति” के नाम से जाना जाता है। अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में POA की full form का सही उच्चारण करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है, इसलिए ज़्यादातर लोग इसे POA के नाम से ही पहचानते है। लेकिन पीओए शब्द की फुल फॉर्म पता नही होने की स्तिथि में लोगो POA full form के बारे में पता लगाने के लिए गूगल ओर बिंग आदि में सर्च करते रहते है।

POA full form की विवेचना

पीओए शब्द कुल तीन अक्षरो से मिलकर बना है। जिसका मतलब Power Of Attorney होता है। पीओए की फुल फॉर्म के बारे में जानने से पहले आपको इसके अर्थ, परिभाषा  का पता होना जरूरी है।

  • P =   Power 
  • O =  Of
  • A =  Attorney

इस तरह से तीनों सब्दो को power of attorney के नाम से जाना जाता है, जिसका हिंदी में मतलब अटॉर्नी की शक्ति होता है।

POA full form in aadhar card {full form of POA in aadhar card )

जब हम आधार कार्ड में बदलाव करवाने जाते है, या नया आधार कार्ड बनवाते के लिए emitra की दुकान पर जाते है, तो हमेसे 2 प्रकार के डाक्यूमेंट्स की जानकारी मांगी जाती है। यह डाक्यूमेंट्स poi ओर POA के नाम से जाने जाते है। यहां पर हम आपको आधार कार्ड में poi ओर POA full form in aadhar card के बारे बता रहे है।

POA full form in aadhar card

आधार कार्ड में POA full form को proof of address के नाम से जाना जाता है।  इसमे हमे अपना स्थाई पता के बारे में proof देना पड़ता है।  proof के तौर पर 10 क्लास की मार्कसीट, माता पिता का का पहचान पत्र, जाती प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र आदि को proof of addersh के लिए देना होता है । Whatsapp से पैसे कैसे कमाए | पैसे कमाने के तरीके

POA full form in education

POA full form in education को program of action के नाम से जाना जाता है। भारत सरकर ने POA को सन 1992 में लागू किया था। प्रोग्राम ऑफ एक्शन को राष्ट्रीय शिक्षा संशोधन नीति 1992 के नाम से जाना जाता है। इसका प्रमुख उद्देश्य भारत मे शिक्षा के छेत्र में गुणवत्ता लाना है, ओर रोजगार योग्य शिक्षा को प्रदान करना है। इसमे शिक्षा को राष्ट्रीय महत्व का विषय बनाया गया है, जिससे कि शिक्षा के छेत्र में अधिक से अधिक गुणवत्ता लाई जा सके।

POA full form in a document

POA full form in documents में ज़्यादातर proof of addersh के नाम से ही जाना जाता है। आधार कार्ड, स्कूल में एडमिशन, पहचान पत्र, पैन कार्ड, आदि के लिए अलग अलग डॉक्यूमेंट हो सकते है, लेकिन इन सबमे POA full form का मतलब proof of addersh ही होता है। कुछ अलग विषय के छेत्रो में पीओए का मतलब पावर ऑफ अटॉर्नी या कुछ अलग भी हो सकता है, क्योंकि पीओए शब्द को अलग अलग छेत्रो के यूज किया जाता है।

अटॉर्नी के मुख्य अधिकार क्या क्या होते है {full form of POA }

एक अटॉर्नी के अधिकार प्रिंसिपल के ऊपर निर्भर करता है। प्रिंसिपल power of attorney में अटॉर्नी के अधिकार निश्चित करता है। यह अधिकार कम या ज़्यादा हो सकते है। कभी कभी देखने मे आता है , की जब प्रिंसिपल की सेहत बिल्कुल खराब होती है, या प्रिंसिपल किसी मुद्दे पर फैशला लेने में असमर्थ हो जाता है, या विदेश में चला जाता है। तो ऐसी स्तिथि में इन सब कार्यो के लिए अटॉर्नी जिमेदार व्यक्ति होता है, क्योंकि प्रिंसिपल के अधिकारों पर अटॉर्नी का अधिकार रहता है।

एक अटॉर्नी का कार्यकाल कितना हो  सकता है – अटॉर्नी कब तक एक प्रिंसिपल की संपत्ति ,स्वास्थ ओर प्रिंसिपल की सुरक्षा करेंगे ,यह सब power of attorney के ऊपर निर्भर करता है। ज़्यादातर मामलों में इसका कार्यकाल एक साल तक के लिए माना जाता है, लेकिन जब किसी व्यक्ति के परिवार में सम्पति ओर सम्पति की सुरक्षा करने के लिए कोई व्यक्ति मौजूद नही है, तो अटॉर्नी का कार्यकाल को बढ़ाया जा सकता है। अगर किसी परिवार कोई कोई बच्चा बिल्कुल छोटा है, जो कि सम्पति की सुरक्षा करने में असमर्थ होता है, तो ऐसी स्तिथि में 4 से 5 साल तक अटॉर्नी प्रिंसिपल के कार्य पर अपना फैसला ले सकता है।

पीओए को कानूनी कार्यवाहक के नाम से भी जाना जाता है। POA अलग अलग विषय से संबंधित हो सकता है। एक POA मुख्य व्यक्ति की सुरक्षा, उसकी सम्पति, प्रिंसिपल के स्वास्थ्य, प्रिंसिपल की क़ानूनीक प्रक्रिया से संबंधित सभी कार्य करता है। एक अटॉर्नी को प्रिंसिपल का एजेंट के तौर पर जाना जाता है

POA कैसे (Power of attorney )  बनाते है

पावर ऑफ अटॉर्नी बनाने का तरीका बहूत ही आसान है।यह एक दस्तावेज होता है ,जिसमे प्रिंसिपल कुछ निश्चित समय के लिए किसी अन्य व्यक्ति को अपने अधिकारों पर फैशला लेने की अनुमति देता है। इसमे एजेंट किसी प्रिंसिपल की सम्पति, कानूनी प्रक्रियाओं में अपने विवेक से निर्णय ले सकता है।

पावर ऑफ अटॉर्नी बनाने के लिए आपके ओ एक non-judicial stamp की जरूरत पड़ती है। इस स्टाम्प पर मुख्य व्यक्ति प्रिंसिपल ओर अटॉर्नी दोनों के सिग्नेचर होते है। इसके साथ ही गवाहों के तौर पर 2 अन्य व्यक्तियों के सिग्नेचर होते है, यह गवाह दोनों पक्षो की ओर से होते है।

अगर कोई अटॉर्नी एजेंट POA full form पद का गलत उपयोग करता हुआ पाया जाता है, तो प्रिंसिपल कोर्ट में मुकदमा दायर करके  एजेंट को अटॉर्नी के पद से हटा सकता है। सामान्यत अटॉर्नी एजेंट का कार्यकाल एक वर्ष के लिए होता है।

निष्कर्ष

इस पोस्ट में हमने आपको POA full form के बारे में बताया है। अगर आपको अपनी सम्पति, सुरक्षा, स्वास्थ्य, क़ानूनीय प्रक्रिया में भाग लेने के बारे में जानकारी नही है, तो आप POA एजेंट बनाकर उससे कार्य कार्य करवा सकते है। पीओए एजेंट हमेशा एक विश्वासमंद व्यक्ति को ही बनाया जाता है।

हमे परीक्षाओ में भी POA full form से संबंधित प्रशन देखने को मिलते है। ऐसे में हमे POA full form के बारे में जानकारी होना जरूरी है। अगर आपके मन मे POA full form से संबंधित कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है।